जैविक खेती ( कम पानी-ज्यादा उत्पादन ):-


   एक एकड़ खेत के लिए जैविक खाद बनाने की विधि :-


      15 किलो गोबर ,15 लीटर मूत्र (देशी गाय /बैल/भैस ) ,1 किलो पुराने पेड़ के नीचे की मिट्टी (पीपल,बरगद,आम ) , 1 किलो कोई भी दाल (उड़द दाल सर्वोतम ) का बेसन ,1 किलो खराब गुड । इन सभी को एक ड्रम मे मिला ले । 15 दिनों तक छांव मे रखकर सुबह-शाम डंडे से मिलते रहें । 15वें दिन यह खाद तैयार हो जाता है । अब इस खाद में 150-200 लिटर लीटर पानी मिलाकर 16वें से 21वें दिन के अन्दर खेत में अवश्य डाल दें अन्यथा 21 दिन के बाद खाद के जीवाणु मरने लगते है ।प्रत्येक 21 दिन में खाद तैयार कर सीधे खेत की मिट्टी में या पानी पटाते समय या पानी से भरी खेत में लड्डू बनाकर डालना हैं । ध्यान रहे कि फसल लगी खेत में पानी लबालब नहीं हो केवल जड़ भिंगना चाहिए ताकि जीवाणु उचित मात्रा में ऑक्सिजन ले सके ।



   कीटनाशक बनाने और इस्तेमाल करने कि विधि :-


      20 लीटर मूत्र (देशी गाय/बैल/भैस), 2.5 किलो नीम के पत्ते या निंबोली की चटनी , 2.5 किलो धतूरे के पत्ते की चटनी ,2.5 किलो अकवन (आक /मदार/आर्क मदार )के पत्ते की चटनी आदि और भी पत्ते की चटनी इसी मात्रा में ले सकते हैं जिस पत्ते को देशी गाय नहीं खाती हो । इन सभी को कड़ाही (ताम्र बर्तन सर्वोत्तम) में मिलाकर उबालें । उबालते समय500-700 ग्राम तक तंबाकु का पावडर ,500 ग्राम लहसुन और 500 ग्राम तीखी मिर्च पिसकर डालें । जब पूरा उबल जाए तो उसेउतार कर ठंडा होने दें । फिर छान कर काँच की बोतल में भरकर रख लें । यह कभी खराब नहीं होता । जब कभी इस्तेमाल करना हो तो 20 गुना पानी मिला कर आवश्यकतानुसार सीधे फसल/सब्जी/आम के मंजर आदि पर छिड़काव करें । खाद या कीटनाशक का प्रयोग शाम के समय ही करना चाहिए ।



   बीज संस्करण करने या बीजामृत बनाने की विधि :-


   एक किलो बीज के लिए ---

      देशी गाय /बैल /भैस का 100 ग्राम गोबर ,750 मिली लीटर मूत्र,750 मिली लीटर पानी और 5 ग्राम चुना लें । इन सभी को मिला लें । अब यह बीजामृत घोल तैयार हो गया फिर इसमें बीज को डुबो दें और15 मिनट के पहले बीज को निकाल लें फिरछांव में 24-48 घंटा तक सुखाएँ । इसके बाद इस बीज को सीधे खेत मे लगावें इससे एक भी बीज खराब नहीं होता । बीज के अनुसार बीजामृत घोल तैयार करे। संस्कारित बीज पर कीड़े नहीं लगते। धान में जब बीज पौधा बन जाए तो धान के जड़ को इस घोल में डालकर निकाल लें और लगा दें ।



   कुछ महत्वपूर्ण सुझाव :-


  •     हर फसल जुड़वां या अधिक लगाना चाहिए।

  •    गोबर या गोमूत्र देशी गाय का ही लेना चाहिए तभी अच्छा और जल्द परिणाम दिखेगा।


   1 लीटर खट्टी छाछ और 1 किलो गुड़ 10 लीटर पानी मे मिलाकर छिड़काव करने से पुराना से पुराना दीमक नष्ट हो जाता है ।



   दालों को साबुत या साबुत दाल पर पानी और तेल का लेप लगाकर ,चावल में लवंग और गेहूँ में नीम का पत्ता या निंबोली रखने से कीड़े नहीं लगते ।